सोमवार, 30 अप्रैल 2018

29वां सड़क सुरक्षा सप्ताह: जिले की झलकियाँ






 सूरजपुर 


सूरजपुर: सूरजपुर यातायात पुलिस ने 62 वाहन चालको का कराया नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण। 
सड़क सुरक्षा सप्ताह के दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक सूरजपुर डी.आर.आंचला के निर्देशन सीएसपी डी.के.सिंह एवं डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय के मार्गदर्शन में आज यातायात प्रभारी सूरजन राम राजवाड़े के द्वारा स्थानीय बस स्टैण्ड, मेन रोड से आने-जाने वाले व्यावसायिक वाहन जिनमें 10 टैक्सी, 25 आॅटो, 17 पिकप एवं 10 बस चालकों का स्वास्थ्य एवं नेत्र परीक्षण जिला चिकित्सालय सूरजपुर के डाॅक्टरों से कराया गया। नेत्र परीक्षण के दौरान कई वाहन चालकों को चश्मा की आवश्यकता डाॅक्टर के द्वारा बताया गया इसके अलावा वाहन चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण में कई लोगों को शुगर, बी.पी. एवं शारीरिक कमजोरी की समस्या की जानकारी निकलकर आने पर डाॅक्टर के द्वारा उन्हें नियमित रूप से दवा एवं संतुलित आहार का सेवन करने का सुझाव दिया।यातायात पुलिस सूरजपुर के द्वारा सूरजपुर एवं विश्रामपुर के चौक चौराहों पर यातायात नियमों के प्रति जागरूकता संबंधी पम्पलेट का वितरण किया गया।इस दौरान यातायात प्रभारी सूरजन राम राजवाड़े, नेत्र विशेषज्ञ डाॅ. आनंद मोहन त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक चमरू राम पैंकरा, रामजतन सिंह, आरक्षक इसित बेहरा, मोरिस खाखा, हरिकेश कुशवाहा, कमलेश सिंह एवं अरविन्द एक्का उपस्थित रहे।

    सड़क सुरक्षा सप्ताह के दूसरे दिवस कोतवाली सूरजपुर प्रभारी दीपक पासवान व उनकी टीम के द्वारा तिलसिवां स्थित डीएव्ही स्कूल, साधुराम विद्या मंदिर के विद्याथियों को यातायात के नियमों की जानकारी देकर उन्हें यातायात के नियमों के प्रति जागरूक किया गया।

 झिलमिली 



चौकी-चेंद्रा 


 रामानुजनगर 





'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।